Ancient Era
प्राचीन युग
भारत में प्राचीन युग की शुरुआत प्रागैतिहासिक काल से होती है। मानव वास का सबसे पुराना प्रमाण मध्य प्रदेश के भीमबेटका के पाषाण आश्रय में पाया गया है। भीमबेटका के चित्र मानव जीवन के सबसे पुराने ज्ञात का एक अहम प्रतीक हैं। भारत में पहली ज्ञात स्थायी बस्ती ९००० से अधिक वर्षों पुरानी है जो धीरे - धीरे ३३०० ईसा पूर्व में सिंधु घाटी सभ्यता के रूप में विकसित हुई। सिन्धु घाटी सभ्यता ३३००-१७०० ईसा पूर्व में अस्तित्व में रही। हड़प्पा और मोहनजोदड़ो के शहर सिंधु घाटी सभ्यता की सबसे बड़ी उपलब्धियों के प्रतिक हैं। इन शहरों को उनके प्रभावशाली, संगठित और नियमित वास्तुकला के लिए जाना जाता है।
सिन्धु घटी सभ्यता के बाद आर्य काल शुरू होता है। आर्यों ने प्रकृति पर विचारोत्तेजक भजनों की रचना की और एक समृद्ध जीवन व्यतीत किया। वे खुद को आर्य संदर्भित करते थे जिसका अर्थ है 'महान'। ६ वीं शताब्दी ईसा पूर्व में मगध साम्राज्य अस्तित्व में आया। २९८ ईसा पूर्व में चंद्रगुप्त मौर्य ने मगध के दमनकारी शासक को बेदख़ल करके गुप्त वंश कि ३२२ में शुरुआत की।
कश्मीर और पेशावर से लेकर उड़ीसा और मैसूर तक सम्राट अशोक ने एक बड़े राज्य पर २७३ से २३२ ईसा पूर्व में राज्य किया। उड़ीसा में कलिंग के युद्ध (२६९ ईसा पूर्व) में नरसंहार को देखकर वह बहुत दुखी हुए और खुद को बौद्ध धर्मं के लिए समर्पित कर दिया।
बाद की शताब्दियों में, अशोक साम्राज्य विघटित हो गया और भारत को हमलों की एक श्रृंखला का सामना करना पड़ा। अक्सर विदेशी शासकों के खिलाफ भारतीय शासको को झुकना पड़ा। ४०० वर्षों की अस्थिरता के बाद गुप्तों ने अपने राज्य की स्थापना की।
कालिदास, प्रसिद्ध संस्कृत कवि और नाटककार ने अभिज्ञान शाकुन्तलम्, कुमारसम्भव और मेघदूत की रचना गुप्त काल में की। इसके अलावा आर्यभट्ट जैसे महान गणितज्ञों और वराहमिहिर जैसे खगोलशास्त्रियों का गुप्त काल में अनुरेखण किया जा सकता है। अजंता की गुफाओं के चित्र भी इसी युग में बनाये गए। दक्षिण भारत में भी इस काल में कई राज्यों ने शासन किया और कला-कृतियों को बढ़ावा मिला।